Chandni Chowk Fire Incident: आग में बाजारों की तकरीबन 250 से अधिक दुकानें पूरी तरह नष्ट

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दिल्ली के दिल्लीगेट इलाके में स्थित चांदनी चौक बाज़ार क्षेत्र में गुरुवार को भीषण आग लग गई। यह आग इतनी विनाशकारी थी कि इसने दो बड़े बाजारों अनिल मार्केट और भगवती मार्केट की लगभग 200 से अधिक दुकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया। इस भयानक घटना में तकरीबन करोड़ों-अरबों रुपये के माल और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।

Chandni Chowk Fire Incident
Chandni Chowk Fire Incident

आग की शुरुआत

यह भयावह आग चांदनी चौक के अनिल मार्केट में गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे लगी। पहले तो यह आग छोटी थी, लेकिन धीरे-धीरे इसकी लपटें बढ़ती गईं और कुछ ही देर में यह विशाल आकार ले चुकी थी। आग की शुरुआत अनिल मार्केट की छत से हुई थी और इसके बाद यह पूरी मार्केट को अपनी चपेट में ले चुकी थी।

दमकल विभाग को सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में गाड़ियां और जवान मौके पर पहुंच गए। लेकिन मार्केट में संकरी गलियों और भारी भीड़ के कारण दमकल गाड़ियों को आगे बढ़ना मुश्किल हो गया। इसलिए फायर फाइटरों को लंबी पाइपों का इस्तेमाल करना पड़ा। उन्होंने काफी मशक्कत के बाद आग पर कुछ हद तक नियंत्रण पाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और आग फैल चुकी थी।

दो बाजारों की 200 से अधिक दुकानें जल गईं

आग की चपेट में आने से अनिल मार्केट की लगभग 125 दुकानें और भगवती मार्केट की 50 से अधिक दुकानें पूरी तरह जल गईं। इन दुकानों में रखे कपड़े, जूते, सामान और दूसरी वस्तुएं भी पूरी तरह राख हो गईं। इसके अलावा करीब 30 और दुकानों में आग बुझाने के लिए छोड़ा गया पानी भर गया, जिससे लाखों रुपये के सामान को भारी नुकसान हुआ।

व्यापारियों और श्रमिकों की रोजी-रोटी चली गई

इस भीषण आग से सबसे ज्यादा नुकसान तो उन व्यापारियों और श्रमिकों को हुआ है, जिनकी पूरी आजीविका इन दुकानों पर निर्भर थी। अनिल मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखमल चंद जैन कहते हैं कि वह यहां 1966 से कपड़े की दुकान चला रहे थे। उनके पिताजी भी इसी दुकान पर बैठते थे। लेकिन अब उनकी करीब 50-55 लाख रुपये की संपत्ति राख हो गई है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि अब वह कैसे दोबारा कारोबार शुरू करेंगे।

एक अन्य व्यापारी जयकिशन बताते हैं कि उनकी लक्ष्मी साड़ी सेंटर नाम की दुकान भी पूरी तरह जल गई। उनके 35-36 लाख रुपये का माल राख हो गया। जब उन्हें आग की सूचना मिली तो उन्होंने अपने बेटे को गोदाम से सामान निकालने भेजा। लेकिन तब तक आग इतनी बढ़ चुकी थी कि सामान निकालना मुश्किल हो गया और सब कुछ आग की चपेट में आ गया।

इसी तरह स्थानीय दुकानदार श्रीनिवास पाण्डेय की बालाजी फैशन नामक साड़ी की दुकान भी पूरी तरह जल गई। उनके पास 20-25 लाख रुपये का सामान था, जो पूरी तरह खाक हो गया। वहीं नई सड़क ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक महेंद्रू के मुताबिक, इस घटना से लगभग 200 से अधिक व्यापारी और 500 से ज्यादा श्रमिक प्रभावित हुए हैं। अब इन सभी के लिए रोजी-रोटी चलाना बहुत मुश्किल हो गया है।

नुकसान का आकलन और सरकार की मदद का वादा

दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने प्रभावित व्यापारियों से मुलाकात की और उन्हें सरकार की पूरी मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि सरकार बाजार के जीर्णोद्धार में हरसंभव सहायता करेगी। उन्होंने एसडीएम को नुकसान के आकलन के निर्देश भी दिए हैं।

वहीं, क्षेत्र के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी प्रभावित इलाके का दौरा किया और स्थानीय व्यापारियों से बातचीत की। उन्होंने व्यापारियों से सुझाव मांगे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है। साथ ही उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और एमसीडी (मुनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली) से आग्रह किया कि वे इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लें और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए उचित उपाय करें।

कुल मिलाकर, यह भीषण आग चांदनी चौक के व्यापारियों और श्रमिकों के लिए एक विनाशकारी घटना साबित हुई है। सैकड़ों दुकानों और करोड़ों-अरबों रुपये के माल के नष्ट होने से उनकी पूरी आजीविका प्रभावित हुई है। हालांकि दिल्ली सरकार और स्थानीय प्रशासन ने मदद का आश्वासन दिया है, लेकिन व्यापारियों के सामने अब रोजी-रोटी की चुनौती खड़ी है।

इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि दिल्ली के पुराने बाजारों में आग सुरक्षा उपायों की कमी है। संकरी गलियों और भीड़-भाड़ के कारण दमकल गाड़ियां आसानी से आग तक नहीं पहुंच पाती हैं। साथ ही, पुरानी इमारतों में जल्दी आग फैलने का खतरा बना रहता है। इसलिए नगर निगम और दिल्ली सरकार को इन बाजारों के आग सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

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